📑 अनुक्रमणिका

📌 HMT & Education Instructor का NCO कोड: काम वही, लेकिन मूल्यांकन अलग!

क्या यह विचित्र नहीं लगता? 1968 में, श्रम मंत्रालय ने राष्ट्रीय व्यवसाय वर्गीकरण (National Classification of Occupation) कोड बनाया। इसमें सेना और वायुसेना के शिक्षा अनुदेशकों की जिम्मेदारी को समान बताया गया। लेकिन वास्तविकता में, क्या वे समान हैं?

“शिक्षा अनुदेशकों का कार्य समान है: माध्यमिक शिक्षा और भाषा शिक्षण। फिर वेतन में यह असमानता क्यों?”

2004, 2015, और 2022 में संशोधित कोड ने भी इस समानता को मान्यता दी। लेकिन अफसोस, कार्य समान होते हुए भी मूल्यांकन और वेतन में अंतर है।

📌 रैंक समानता: कागजों पर बराबर, लेकिन असलियत में नहीं!

आपने सुना होगा कि हवलदार और सार्जेंट को रक्षा मंत्रालय ने समकक्ष रैंक घोषित किया है। लेकिन जब वेतन और भत्तों की बात आती है, तो यह समानता सिर्फ कागजों पर ही रह जाती है। सेना के अनुदेशकों को वायुसेना के मुकाबले कम वेतन क्यों?

📌 पांचवां वेतन आयोग: निर्देशों का क्या हुआ?

पांचवां वेतन आयोग स्पष्ट कहता है:

“समान कार्य और समान कौशल के लिए समान वेतन आवश्यक है।”

फिर भी, HMT और शिक्षा अनुदेशकों के लिए यह निर्देश केवल एक कागजी सपना बनकर रह गया। क्या यह सही है?

📌 वेतन में असमानता: आंकड़े बताते हैं असली कहानी

रैंकसेना (₹)वायुसेना (₹)अंतर (₹)
हवलदार/सार्जेंट (Group Y)36004320720
हवलदार/सार्जेंट (Group X)41505120970

क्या यह अंतर जायज़ है?

📌 सरकार का रुख और आगे का रास्ता

1997 में, सरकार ने ट्रेड ग्रुप तर्क संगत करण के लिए दिशानिर्देश बनाए। वायुसेना के HMT और शिक्षा अनुदेशकों को ग्रुप ‘X’ में शामिल कर उच्च वेतनमान दिया गया। लेकिन सेना के HMT और अनुदेशक अब भी संघर्षरत


Discover more from MILITARY INFO

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

Discover more from MILITARY INFO

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading