Group X

Group X & Y Pay का विसंगताएँ

Group X & Y मैं Basic Pay के भेदभाव का मुद्दा एक लंबी समस्या रही है, जो मुख्य रूप से Army/Air Force/Navy में Government Orders को असंगत implementation के कारण उत्पन्न हुआ है। इस मुद्दे को लेकर माननीय Armed Forces Tribunal (AFT), New Delhi ने कई मामलों की सुनवाई की है, जिसमें 11 और 12 दिसंबर 2024 को हुई सुनवाई महत्वपूर्ण रही।


Group X Pay Disparities पर कोर्ट कार्यवाही

11 दिसंबर 2024 की सुनवाई

माननीय AFT ने भारत सरकार से Priyadarsan Pradhan vs Union of India (OA 1204/2016) मामले में देरी के बारे में सवाल किया, जो 2016 से लंबित है। 2017 में अंतिम सुनवाई शुरू होने के बावजूद, मामला अब तक हल नहीं हो सका। न्यायाधिकरण ने संबंधित मामलों के बारे में विवरण मांगा और मुख्य मुद्दे पर लंबी देरी को लेकर चिंता व्यक्त की।

12 दिसंबर 2024 की सुनवाई

माननीय AFT ने वरिष्ठ सरकारी काउंसल के अनुपलब्धता के कारण बिना पूर्व सूचना के मांगी गई स्थगन पर नाराजगी व्यक्त की।
न्यायाधिकरण ने Ashwain Kumar vs Union of India (OA 1340/2024) मामले में दस्तावेजों की समीक्षा की, जिसमें झूठी बयानबाजी के आरोपों के बाद Group X Pay को मंजूरी दी गई थी। न्यायाधिकरण ने आवेदक को निम्नलिखित बिंदुओं पर आपत्तियां दायर करने का निर्देश दिया:

  1. Group X Pay की प्रभावी तिथि।
  2. किस नीति के तहत वेतन दिया गया था (जैसे 1970 के सरकारी आदेश या 5वें CPC के तहत)।

न्यायाधिकरण ने जनवरी 2025 तक संबंधित मामलों में सभी दलीलों को पूरा करने का निर्देश दिया और मुख्य मामले की सुनवाई 27 फरवरी 2025 के लिए निर्धारित की।


Group X Pay का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और विकास

1970 में डिप्लोमा योग्यता का शुरुआत

Group X Pay की शुरुआत 1970 में हुई, जब भारत सरकार ने Group B से Group A में अपग्रेडेशन के लिए डिप्लोमा योग्यता मानदंड पेश किया। यह नीति Army Educational Corps (AEC) के प्रशिक्षकों के लिए थी, जो इंजीनियरिंग या संबंधित क्षेत्रों में डिप्लोमा रखते थे, जिससे उन्हें उन्नत वेतन प्राप्त होता था। यह प्रावधान विशेष रूप से तकनीकी/non-technical योग्यताओं वाले व्यक्तियों के लिए था और यह शैक्षिक मानदंडों के आधार पर वेतन सुधार की शुरुआत थी।

5वीं CPC: Group X Pay की शुरुआत (1996-2006)

Group X Pay का विचार 5वीं Central Pay Commission (CPC) के साथ काफी विस्तार से शुरू हुआ। इस CPC ने Army, Air Force और Navy में एक Trade Rationalisation लागू की, जिसमें डिप्लोमा योग्यताओं को सेवा कर्मियों के ट्रेड से जोड़कर Group X में अपग्रेड करने की प्रक्रिया की शुरुआत की। इस नीति के तहत, उन कर्मियों को Group X Pay का लाभ दिया गया जिन्होंने अपने ट्रेड से संबंधित डिप्लोमा प्राप्त किया था, जिससे Group X Pay को सभी ट्रेडों में विस्तारित किया गया था। यहां तक कि एक Musician, जिसे Music के लिए डिप्लोमा कोर्स मिला था, उसे भी Group X Pay का प्रबाधन था।

6वीं CPC और Group X Pay में अंतर (2006-2016)

6वीं CPC ने Group X Pay संरचना में और अधिक सुधार किया और डिप्लोमा धारकों के लिए अलग-अलग ग्रेड पे निर्धारित किए:

  • इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक: Group X Pay ₹1,400 के साथ ₹2,800 का ग्रेड पे।
  • साधारण डिप्लोमा धारक: ₹1,400 के साथ ₹2,000 का ग्रेड पे।
    इसके अतिरिक्त, तकनीकी और इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारकों के लिए अधिक विशिष्ट शर्तें बनाई गईं, जबकि गैर-इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारकों को Group Y में स्थानांतरित किया गया और वे एक निचले वेतन स्तर पर वर्गीकृत किए गए।

7वीं CPC और Group X Pay में और भेद (Post-2016)

7वीं CPC ने Group X Pay को दो श्रेणियों में विभाजित किया:

  1. AICTE समकक्ष डिप्लोमाधारियों के लिए:
  • इंजीनियरिंग डिप्लोमा: ₹6,200 (AICTE मानकों के समकक्ष डिप्लोमा धारकों के लिए)।
  1. अन्य डिप्लोमाधारियों (Non-AICTE समकक्ष): ₹3,600 उन डिप्लोमा धारकों के लिए जो AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं थे।

यह विभाजन और अधिक जटिलता और भेदभाव लेकर आया, विशेष रूप से सेवा-संबंधी भिन्नताओं में, क्योंकि अलग-अलग सेवाओं में डिप्लोमाओं की मान्यता और भुगतान स्तर में भिन्नताएँ थीं।


Central Pay Commissions (CPCs) में Pay Disparities

5वीं CPC (1996–2006):

  1. इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक:
  • नौसेना: ₹4,550 (बाद में ₹5,120)।
  • सेना: ₹4,170।
  • वायुसेना: ₹3,675।
  1. अन्य डिप्लोमा धारक:
  • सेना: ₹3,600 Group X में।
  • नौसेना: ₹3,325 Group Y में।
  • वायुसेना: ₹3,200 (बाद में ₹3,250) Group Y में।

6वीं CPC (2006–2016):

  1. इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक:
  • Group X Pay: ₹1,400 सभी सेवाओं के लिए, लेकिन ग्रेड पे अलग-अलग:
    • नौसेना और सेना: ₹2,800।
    • वायुसेना: ₹2,000।
  1. अन्य डिप्लोमा धारक:
  • सेना: ₹1,400 के साथ ₹2,000 का ग्रेड पे।
  • नौसेना और वायुसेना: Group X Pay नहीं था, केवल Garuda Commandos को ₹1,400 और ₹2,800 का ग्रेड पे मिला।

7वीं CPC (Post-2016):

  1. इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक (AICTE समकक्ष):
  • Group X Pay विभाजित:
    • ₹6,200 AICTE समकक्ष डिप्लोमा धारकों के लिए।
    • ₹3,600 अन्य डिप्लोमा धारकों के लिए।
  1. सेवा-विशेष भिन्नताएँ:
  • नौसेना और सेना: ₹6,200 Pay Level 5 के तहत।
  • वायुसेना: ₹6,200 Pay Level 3 के तहत।
  • Non-AICTE डिप्लोमा धारक:
    • केवल सेना ने ₹3,600 दिया, जबकि वायुसेना और नौसेना में अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है।

ये भेद नीति के असंगत कार्यान्वयन को दर्शाते हैं, जिसके कारण कुछ सेवाओं के कर्मियों को वित्तीय नुकसान हुआ है।

अधिक जानकारी हेतु Click Here


Discover more from MILITARY INFO

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

Discover more from MILITARY INFO

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading